रायपुर। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के द्वारा 1 नवंबर को पूर्व सेवा गणना के नाम दीप जलाने का अनोखा प्रदर्शन किया गया, जिसके तहत चौक चौराहे में दीप प्रज्वलन, समूह में दीप प्रज्वलन, और घर – परिवार के बीच दीप प्रज्वलन, मेहंदी लगाकर पूर्व सेवा करना की मांग, रंगोली बनाकर पूर्व सेवा गणना की मांग और इसी प्रकार से अनोखे प्रदर्शन कर एल बी संवर्ग के शिक्षकों ने अपने प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा गणना की मांग को सरकार व शासन तक सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाया, ज्ञात हो संविलियन के बाद से सेवा गणना किए जाने के कारण एल बी संवर्ग के शिक्षकों की वर्षों की सेवा शून्य घोषित के कर दी गई है जिसकी वे लगातार मांग करते जा रहे हैं इसी कड़ी में 1 नवंबर को ट्विटर, व्हाट्सएप्प, इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के सहारे अपनी मांग को उन्होंने आगे बढ़ाया।
प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा गणना किए जाने से सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर होगी, पुनरीक्षित वेतन के समय जो त्रुटि की गई उसमें 1.86 के गुणांक पर वेतन का निर्धारण होगा, प्रदेश के समस्त शिक्षा कर्मियों शिक्षकों को क्रमोन्नति और समयमान वेतनमान मिलेगा, प्रदेश के रिक्त समस्त पदों पर पदोन्नति होगी, प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा करना के जाने पर 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन का प्रावधान होगा, प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा करना किए जाने पर न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा में शिक्षक पेंशन के दायरे में आएंगे साथ ही साथ लंबित महंगाई भत्ता वह देय तिथि से महंगाई भत्ता की एरियर राशि देने की मांग को लेकर प्रदेश के शिक्षकों ने दीप जलाकर शिक्षकों के जीवन मे उजियारा प्रवेश करें इस उद्देश्य को लेकर सभी क्षेत्रों में जोरदार प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को सरकार और शासन तक विभिन्न माध्यमों से पहुंचाया।
इस कार्यक्रम में बस्तर संभाग, दुर्ग संभाग, रायपुर संभाग, बिलासपुर संभाग सहित सरगुजा संभाग के पदाधिकारी और साथियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, एक दीप पूर्व सेवा गणना के नाम के Eyes Achcha में छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा सहसंयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहु, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, डॉक्टर कोमल वैष्णव, मनोज सनाढ्य, शैलेंद्र पारीक सहित पूरे प्रदेश के पदाधिकारी व 33 जिला के अध्यक्ष सहित विकासखंड अध्यक्ष और सक्रिय सदस्यों ने अपनी मांग सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार व शासन तक पुरजोर तरीके से पहुंचा दिया, वही इस प्रदर्शन की अलग-अलग क्षेत्र में व्यापक चर्चा जारी है की शांतिपूर्वक इस तरीके से भी अपनी बात सरकार और शासन तक पहुंचाया जा सकता है, यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा है।