कोरबा। स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा के मुखिया जिलाशिक्षा अधिकारी श्री सतीश कुमार पांडेय जी के कुशल मार्गदर्शन में हमर गांव-हमर स्कूल योजना चलाई जा रही है जिसके तहत जिले के 75कुशल व श्रेष्ट प्राचार्य/व्यख्याता/शिक्षक/सहायक शिक्षक द्वारा 180 संकुलअंतर्गत 249 स्कूल के शाला प्रबंध समिति व शाला प्रबंधन व विकास समिति के साथ साथ जुडे पालको से छत्तीसगढी में बात चीत करते हुये उनके दायित्व व कर्तव्य पर जिला शिक्षाधिकारी श्री पांडेय द्वारा चुने हुये 75शिक्षको की 12 मास्टर ट्रेनर समूह की टीम दिनांक 7/6/21 से प्रतिदिन एक साथ 12 संकुलो मे गुगल मिटींग ( वर्चुअल माध्यम)से शाला विकास हेतु विभिन्न बिन्दुओ,पर सकारात्मक चर्चा करते हुये SMCवSMDCके संम्मानीय अध्यक्षगणों सदस्यों व पालको को उनके कार्य दायित्व बताते हुए इन चार प्रमुख बिंदुओं पर शिक्षा विभाग द्वारा चयनित अनुभवी शिक्षको द्वारा शाला प्रबन्धन समिति के निर्माण के अलावा समस्त शालाओं में कुल 12 और उपसमितियों के निर्माण के संबंध में बताया जा रहा है एवम उक्त 12 समिति के कार्य व उसके महत्व को समझाया जा रहा हैं शिक्षा विभाग के इस कार्य का प्रमुख उद्देश्य हैं बालक पालक व समितियों में सक्रियता व जागरूकता लाते हुए शाला का विकास करना बच्चो में सर्वांगीण विकास करते हुये उन्हें सर्वगुण सम्पन्न बनाना इस सोच को लेकर जिले के मुखिया श्री पांडेय जी द्वारा समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी व 75 शिक्षक लगातार अपनी सकारात्मक ऊर्जा इस अभियान में लगा रहें है ,यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम को 5 बजे तक अलग अलग समूह द्वारा चलाया जा रहा है अब तक चयनित शिक्षको द्वारा 168 कार्यशाला आयोजित की जा चुकी है और इस कार्यशाला में अब तक 13440 शिक्षक व समिती के सदस्य भाग ले चुके है।
इस कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी मुकुन्द उपाध्याय रामनाथ बघेल राकेश टण्डन ने बताया की इस महाकार्यशाला की समीक्षा प्रतिदिन रात को 9 बजे जिला शिक्षाधिकारी श्री पांडेय जी द्वारा अपने 75 शिक्षको /नोडल प्राचार्यो, अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग करते हुए करते हैं, जिले की समस्याओं पर स्कूलों में कुछ कुछ कमी की जानकारी लेते हुये उस पर तत्काल कार्यवाही करने का ठोस निर्णय भी श्री पांडेय जी द्वारा लिया जाता है शिक्षा विभाग के इस कार्यशाला से समिति के अध्यक्ष व सदस्यों द्वारा सीधा अधिकारियों से अपने स्कूल सम्बन्धी चर्चा होने से उनमें खुशी का माहौल हैं इसके अलावा इस कार्यशाला की समिति द्वारा बहुत प्रशंसा की जा रही जहाँ एक ओर कोरोनकाल के वजह से स्कूल बन्द है वही दूसरी ओर शिक्षा विभाग कोरबा के द्वारा इस तरह के सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं जो कि न केवल सिर्फ कोरबा जिले के लिये वरन छत्तीसगढ़ राज्य व राष्ट्र मे अपनी तरह का एक उत्कृष्ट नवाचार परिलक्षित हो रहा हैं।