कबीरधाम। प्रदेश के कबीरधाम जिला प्रशासन के आदेशानुसार जिला मुख्यालय में आइसोलेशन कॉल सेंटर में काम कर रहे 14 शिक्षकों के एकसाथ कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. इतने अधिक संख्या में शिक्षकों के संक्रमित होने से शिक्षक भयभीत हैं. दरअसल कार्यालय कलेक्टर कबीरधाम के आदेश क्रमांक/1584/कोविड-19/2021 कबीरधाम दिनाँक 08-05-2021 को जारी आदेश में दो सौ से अधिक शिक्षकों की ड्यूटी जिला आइसोलेशन सेंटर यूथ भवन कवर्धा में लगाया गया है.
समस्त कर्मचारियों को जिला नोडल अधिकारी विनय कश्यप डिप्टी कलेक्टर के निर्देशानुसार कार्यों को संपादित करने के लिए कहा गया है. इन सभी शिक्षकों की ड्यूटी तीन अलग-अलग शिफ्टों में प्रातः 8 से अपरान्ह 2 बजे, अपरान्ह 2 से रात्रि 8 बजे एवं रात्रि 8 से प्रातः 8 बजे तक लगाया गया है. दिन के दो अलग-अलग शिफ्ट में लगभग 70-70 शिक्षकों व कर्मचारियों को एक जगह यूथ भवन कवर्धा में कार्य कराया जा रहा है.
वहीं रात्रि में लगभग 10 शिक्षकों की ड्यूटी 12 घंटे के लिए लगाया जा रहा है. कई शिक्षक अपने मुख्यालय से 30 से 40 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतिदिन आइसोलेशन सेंटर की ड्यूटी में उपस्थित होते हैं. यहां शिक्षकगण जिलेभर के होम आइसोलेट कोरोना संक्रमितों को कॉल करके अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हैं.
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ कोमल वैष्णव, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक आदि ने कहा कि कबीरधाम के सेंटर से शिक्षको के संक्रमण से प्रदेश भर के शिक्षको में रोष व्याप्त हो गया है, होम आइसोलेट कोरोना संक्रमितों से हमारे शिक्षक घर से ही ये काम बखूबी से कर सकते हैं. शिक्षकों को व्हाट्सएप्प या अन्य माध्यम से ऑनलाइन होम आइसोलेट व्यक्तियों की सूची प्रतिदिन दिया जा सकता है, जिससे शिक्षक अपने घर मे रहकर ही बात करके प्रशासन को प्रतिदिन रिपोर्ट दे सकते हैं.
इसके लिए एक ही जगह एक ही भवन में एकत्रित होने की आवश्यकता नहीं है. एक ओर तो शासन प्रशासन भीड़ एकत्र न करने की निर्देश दे रहा है, वहीं दूसरी ओर स्वयं शिक्षकों को एक भवन में एकत्रित कर स्वयं के दिए निर्देश के विपरीत काम कर रहा है.
हम मांग करते हैं कि जिला प्रशासन अपनी व्यवस्था में सुधार करे, इस कोरोनाकाल के विषम परिश्थितियों में तानाशाही के बगैर संयम से काम ले तथा शिक्षकों से उनके घर मे ही रहकर काम कराए.
*कई शिक्षकों का कोरोना से आकस्मिक निधन*
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेशभर में 4 सौ से अधिक शिक्षक कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं. अकेले कबीरधाम जिले में शिक्षा विभाग के 30 से अधिक शिक्षक व कर्मचारियों का कोरोना संक्रमण से आकस्मिक निधन हो गया है.