रायपुर। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान,उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, डॉ कोमल वैष्णव, प्रदेश सचिव मनोज सनाढय, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने कोरोना ड्यटी में लगे 100 शिक्षकों की मृत्यु के बावजूद बीमा कवरेज व तृतीय श्रेणी में अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान नही होने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए शासन से मांग करते हुए कहा है कि कोविड में शिक्षकों का डयूटी लगाया जा रहा है, परन्तु कोरोना वारियर्स का अभी तक दर्जा नही दिया जाना अत्यंत दुर्भाग्य पूर्ण है।
विषय परिस्थिति में ड्यूटी कर रहे है शिक्षक – जब जब आवश्यकता होती है कि अन्य विभाग के भी काम को शिक्षक ही सहर्ष स्वीकार करके अपने इति कर्तव्यो का कुशल निर्वहन करते रहे है।
शिक्षक कर रहे है जोखिम भरा ड्यूटी – जैसे अस्पताल में ड्यूटी, शमशान घाट में ड्यूटी
वैक्सीनेशन में ड्यूटी, सेम्पल लेने में ड्यूटी, रेल्वे स्टेशन व बस स्टैंड में ड्यूटी,चेक पोस्ट में ड्यूटी, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग में ड्यूटी, कोविड सेंटर में ड्यूटी, कोरेंटाईन सेंटर में ड्यूटी, टेस्टिंग में ड्यूटी, इसके बावजूद शासन ने शिक्षको को नही माना फ्रंटलाइन वर्कर्स।
पर जब भी शिक्षकों के हितों की बात होती है तो शासन, प्रशासन में बैठे जिम्मेदार लोग मुंह फेर लेते है फिर भी शिक्षक कभी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नही हटे वे निरन्तर शासन, प्रशासन के निर्देश का पालन कर ही रहे है,,प्रदेश में कोरोना डयूटी से 100 से अधिक शिक्षको को मृत्यु हो गई पर उन्हें 50 लाख के बीमा कवर में नही लाया गया, अब तक कोरोना वारियर्स का दर्जा नही दिया गया है, इससे शिक्षको में भारी आक्रोश है।