शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में श्री एस प्रकाश, संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय एवं श्री जितेंद्र शुक्ला, संचालक पंचायत एवं ग्रामीण विभाग से भेंट कर शिक्षको से संबंधित इन मांगों के लिये ज्ञापन सौपा

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रायपुर। कल 06/12/2019 को शालेय शिक्षाकर्मी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष *वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में श्री एस प्रकाश, संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय एवं श्री जितेंद्र शुक्ला, संचालक पंचायत एवं ग्रामीण विभाग* से भेंट कर शिक्षको से संबंधित विभिन्न मांगो के ज्ञापन सौपा गया।

सभी का संविलियन अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि जनवरी में लगभग 5000 शिक्षक पंचायत/नगरीय निकाय का संविलियन होगा। लगभग 17000 शिक्षको का संविलियन शेष राह जाएगा। जिस पर प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने सभी शिक्षको के संविलियन करने की मांग रखी है।
❗साथ ही जनवरी 2020 में प्रस्तावित संविलियन की समयसारिणी एवं समुचित निर्देश प्रसारित करने की मांग शासन से की गई जिससे संविलियन का कार्य अविलंब एवं समुचित रूप से हो सके।

🔰 *उच्चत्तर वेतनमान/क्रमोन्नत वेतनमान* :- संगठन ने शासन के समक्ष मांग किया गया कि सभी शिक्षक जिन्होंने एक पद में अपनी 10/8 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर ली है उनकी पंचायत विभाग की पूर्व सेवा की गणना करते हुए उच्चतर वेतनमान/क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान करें।

🔰 *अनुकंपा नियुक्ति* :- पंचायत विभाग में कार्य करते हुए जिन शिक्षक साथियों का देहावसान हुआ था उनके परिवार के सदस्य को अविलंब अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने हेतु मांग रखी गई।

🔰 *पदोन्नति*:- शिक्षा विभाग द्वारा लगभग 25 वर्षों के बाद शिक्षकीय पदों पर सीधी भर्ती की कार्यवाही की जा रही है किंतु संस्था प्रमुख तथा शिक्षकीय पदों पर पदोन्नति के लगभग 50 हजार पद रिक्त होने के बावजूद पदोन्नति की प्रक्रिया नही की जा रही है, जबकि पदोन्नति के कारण अतिरिक्त वित्तीय भार नगण्य ही है।
पदोन्नति के नही होने से कर्मचारियों के मनोबल तथा शैक्षिक व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव स्वाभाविक है। संघ ने मांग मांग रखा है कि पदोन्नति की प्रक्रिया जल्द से जल्द प्रारंभ की जाए।

🔰 *समुचित पदनाम का प्रयोग* :- संविलियन होने वाले शिक्षकों के पदनाम के संबंध में शासन की स्पष्ट नीति तथा भर्ती पदोन्नति नियम में पदनामों के स्पष्ट उल्लेख के बावजूद केवल *ई. एल. बी. व टी. एल. बी. संवर्ग* के शिक्षको के पदनाम के साथ गैर जरूरी किंतु *आवश्यक रूप से एल. बी. शब्द* जोड़कर उन्हें अलग से *चिह्नकित करने की गलत परंपरा कार्यालय व संस्था स्तर पर विकसित* की जा रही है जो संविलियन की मूल भावना , शासन के नीति नियमों के प्रतिकूल है। *कोष एवं लेखा के पोर्टल* में भी पदनाम के साथ संवर्ग जोड़ दिए जाने के कारण अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही है.
अतः *स्पष्ट एवं कड़े निर्देश प्रसारित किए जाए* कि पदनाम के साथ संवर्ग का नाम जोड़कर नया पदनाम दिए जाने का प्रयास न किया जाए।

🔰 *लंबित भुगतान* :- संविलियन प्राप्त शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों के संविलियन पूर्व का भुगतान लंबित है, जिसके भुगतान के लिए एरियर्स की राशि की मांग की गई जिस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि *लंबित एरियर्स के लिए विभाग से 386 करोड़* की मांग की गई है। जल्द ही लंबित एरियर्स की राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।

प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से वीरेंद्र दुबे प्रांताध्यक्ष,धर्मेश शर्मा प्रांतीय महासचिव,दीपक वेंताल जिलाध्यक्ष मुंगेली,नेमीचंद भास्कर,परमेश्वर बंजारे,घनश्याम राय, मयूर लाल,ऋषि क्षत्रिय,रामकुमार कश्यप,घनश्याम देवांगन,गिरधारी मांडले, शत्रुहन धृतलहरे,अशोक राजेशजाटवर,ललित खाण्डे, अमित तिवारी,रंजन लाल जांगड़े,सुजीत सोनी,महेंद्र डहरिया,देवप्रसाद बर्मन, विजेंद्र कश्यप,जय कुमार मंगेशकर,राजेश चतुर्वेदी,श्याम कुमार देवांगन,मिथलेश देवांगन,देवदत्त भास्कर शामिल रहे।

 

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