रायपुर //-मध्यप्रदेश की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता का लाभ देते हुए 10 वर्ष में प्रथम एवँ 20 वर्ष में द्वीतीय क्रमोन्नति वेतनमान देने हेतु तत्काल आदेश जारी करने, वर्ग 03 की वेतन विसंगति दूर करते हुए 5200 + 2400 की जगह 9300 + 4200 वेतनमान देने, समस्त संविलियन से वंचित शिक्षाकर्मियों को अविलम्ब संविलियन करने, 3500 दिवंगत, पीड़ित परिवार के आश्रितों को तत्काल निश:र्त अनुकम्पा नियुक्ति देने एवँ शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाल करने सहित विभिन्न मांगो को लेकर प्रदेशभर के हजारों शिक्षाकर्मी आगामी 03 नवम्बर, रविवार को प्रदेश की राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर “एक दिवसीय जब्बर धरना प्रदर्शन” कर “प्राथमिक शिक्षक अधिकार रैली निकालेंगे”
“छत्तीसगढ़ प्राथमिक शिक्षक फेडरेशन” के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू व प्रांतीय संयोजक इदरीश खान ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि आगामी 03 नवम्बर, रविवार को एक दिवशीय प्रदेश स्तरीय जब्बर धरना प्रदर्शन व आंदोलन किया जाएगा तथा प्राथमिक शिक्षक अधिकार रैली निकाली जाएगी। राज्य की भूपेश बघेल सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय अपने जनघोषणा पत्र में, सरकार बनते ही शिक्षाकर्मियों की सभी मांगो को तत्काल पूरा करने का वादा किया था, राज्य सरकार को लगभग एक वर्ष पूर्ण होने जा रहा है लेकिन आज तक शिक्षाकर्मियों की एक भी मांगे पूरी नहीं की गई है। जिससे प्रदेश के डेढ़ लाख से अधिक शिक्षाकर्मियों में राज्य सरकार के प्रति नाराजगी भारी बढ़ गई है।
छत्तीसगढ़ प्राथमिक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू, प्रदेश संयोजक इदरीश खान, प्रदेश महासचिव धरम दास बंजारे , माहिर सिद्दीकी, प्रदेश उपाध्यक्षद्वय लेखपाल सिंह चौहान, भोजकुमार साहू एवँ प्रदेश संगठन मंत्री यशवंत कुमार देवांगन ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि जब मध्यप्रदेश में प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता मानते हुए क्रमोन्नति वेतनमान दी जा रही है तो छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं …..??? उल्लेखनीय है अविभाजित मध्यप्रदेश के प्राथमिक शालाओ में शिक्षा सत्र 1995 एवँ 1998-99 से शिक्षाकर्मी वर्ग 03 की भर्ती की गई थी। विगत लगभग 18 से 20 सालो के कड़े संघर्ष, आंदोलन, धरना-प्रदर्शन आदि से हमारी बहुप्रतीक्षित संविलियन की मांगें जब पूरी हुई है तब मध्यप्रदेश की अपेक्षा छत्तीसगढ़ के लगभग एक लाख नौ हजार प्राथमिक शिक्षक आज छले गए है। चूंकि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय की हमारी नियुक्तियां है 1995 व 98 से हम कार्यरत है, हमारी भर्तियां एवँ सेवासर्ते मध्यप्रदेश की है। मध्यप्रदेश की भर्ती नियमो के अनुसार ही छत्तीसगढ़ में भी 2005, 2006, 2007 एवँ वर्तमान तक प्रत्येक वर्ष जितनी भी शिक्षाकर्मियों की भर्तियां हुई है सभी मध्यप्रदेश के भर्ती नियमो के तहत हुआ है उनमें समय समय पर कुछ संसोधन जरूर हुए है।
जब मध्यप्रदेश सरकार की भर्ती नियमो के तहत ही यंहा पर भी शिक्षकों की भर्ती हुई है, सब कुछ सेवासर्ते एवँ नियम मध्यप्रदेश की लागू हो रहे है तो फिर क्रमोन्नति वेतनमान का नियम यंहा पर मध्यप्रदेश की तर्ज पर क्यो नहीं लागू किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के वर्तमान कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के दो लाख, 80 हजार अध्यापक सँवर्ग के लिए पंचायत विभाग की प्रथम नियुक्ति तिथि से 12 वर्ष में प्रथम एवँ 24 वर्ष में द्वीतीय क्रमोन्नति वेतनमान का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही दो वर्ष पूर्ण करने वाले सभी अध्यापक सँवर्ग का संविलियन कर दिया है। लेकिन छत्तीसगढ़ प्रदेश के एक लाख नौ हजार प्राथमिक शिक्षकों को पंचायत विभाग की प्रथम नियुक्ति तिथि से क्रमोन्नति नहीं देने एवँ संविलियन में 8 साल की बाध्यता से यंहा के शिक्षकों को प्रत्येक माह लगभग 12 से 17 हजार का बड़ा भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने बताया कि क्रमोन्नति, वेतन विसंगति, वर्ष बन्धन, अनुकम्पा नियुक्ति एवँ पुरानी पेंशन बहाली सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हमने विगत एक साल से लगातार सरकार तक अपनी बाते रखी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कई बार मिले। सभी विधायकों को मांगो के सम्बंध में ज्ञापन दिया गया। कई दफे जिला कलेक्टरों के माध्यम से राज्य सरकार के नाम ज्ञापन दिया गया। जनवरी माह में मांगो को लेकर एक दिवशीय वादा निभाओ रैली भी निकाली गई लेकिन सरकार हर बार हमारी मांगो की अनदेखा कर रही है।
संघ के प्रदेश संयोजक इदरीश खान, प्रदेश उपाध्यक्षद्वय लेखपाल सिंह चौहान, भोजकुमार साहू, माहिर सिद्दीकी, शिवमोहन साहू, संतराम साहू, कामरूद्दीन शेख, यशवंत देवांगन सहित सभी पदाधिकारियों ने प्रदेशभर के सभी प्राथमिक शिक्षकों सहित समस्त वर्ग 01 एवँ 02 के भी शिक्षक साथियो से अपील की है कि सभी शिक्षक साथी आगामी 03 नवम्बर, रविवार को राजधानी रायपुर के धरना स्थल बूढ़ातालाब में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर जब्बर धरना प्रदर्शन एवँ आंदोलन तथा प्राथमिक शिक्षक अधिकार रैली को सफल बनावे। चूंकि मांगो में क्रमोन्नति, अनुकम्पा नियुक्ति, सबका संविलियन एवँ पेंशन बहाली ये चारों ऐसी मांगे है जिनका लाभ वर्ग 01, वर्ग 02 व वर्ग 03 सभी को मिलेगा। इसलिए सभी शिक्षक साथियों से संघ संगठन की परिधि से ऊपर उठकर आंदोलन में सम्मिलित होने की अपील की गई है।