बिलासपुर :- 28 जून छ.ग.पं.न.नि.शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा ने विज्ञप्ति जारी कर 1 जुलाई को संविलयन दिवस के रुप में मनाने के संबंध मे कहा है कि
🌟संविलियन दिवस के अवसर पर सम्पूर्ण संविलियन, क्रमोन्नति सहित सभी मांगो को परिचर्चा के माध्यम से शासन / सरकार तक पहुचाने का बेहतर अवसर,
❓संविलियन दिवस का विरोध करने वाले यह बताएं कि संविलियन दिवस का आयोजन नही करने से क्या लाभ होगा❓
✅संविलियन होने से मिला है अनेक लाभ,– जैसे नियमित वेतन, सातवां वेतनमान, समूह बीमा, मेडिकल भत्ता, समग्र में सीपीएस कटौती, अनुकम्पा का प्रावधान, दिवंगत के परिवार को GIS का 3 लाख / 3 लाख 60 हजार का तत्काल भुगतान, शासकीय कर्मचारी का दर्जा, स्थानांतरण का लाभ, राजपत्रित का अधिकार, पदोन्नति के अवसर, प्रधान पाठक / प्राचार्य के सभी पदों पर नियमित शिक्षकों का ही अधिकार था, उसमें भी एल बी संवर्ग के लिए पद का मिला अवसर
❗छत्तीसगढ़ पंचायत ननि शिक्षक संघ द्वारा लगातार सम्पूर्ण संविलियन , क्रमोन्नति, पदोन्नति, पुरानी पेंशन , वेतन विसंगति, संविलियन पूर्व के अनुकम्पा का प्रावधान की मांग को लेकर मंत्रालय, सचिवालय, सम्भाग, जिला, ब्लाक स्तर पर अर्थात चार स्तरीय ज्ञापन देकर मजबूती से मांग किया गया है।
छत्तीसगढ़ पंचायत ननि शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष संजय शर्मा एवं प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य, प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक, प्रांतीय संयोजक सुधीर प्रधान, प्रदेश मीडिया प्रभारी विवेक दुबे ने कहा है कि 1 जुलाई संविलियन दिवस में उत्सव नही मनाया जा रहा है, बल्कि मांगो को रखकर चर्चा किया जाएगा
इसीलिए 1 जुलाई संविलियन दिवस है बेहतर मंच है।
संजय शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ पंचायत ननि शिक्षक संघ