अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल के अनुसार एक महत्वपूर्ण आसन है भुजंगासन आइए जानते हैं भुजंगासन के बारे में
🔴भुजंगासन से आशय क्या है🔴
भुजंगासन फन उठाए हुएँ साँप की भाँति प्रतीत होता है, इसलिए इस आसन का नाम भुजंगासन है। भुजंगासन सूर्यनमस्कार और पद्मसाधना का एक महत्त्वपूर्ण आसान है जो हमारे शरीर के लिए अति लाभकारी है।
🔵भुजंगासन के ये हैं लाभ🔵
यह छाती और कमर की मासपेशियों को लचीला बनाता है और कमर में तनाव को दूर करता है। मेरुदंड से सम्बंधित रोगियों को भुजंगासन करने से लाभ मिलता है। स्त्रियों में यह गर्भाशय में खून के दौरे को नियंत्रित करने में सहायता करता है। गुर्दे से संबंधित रोगी हो या पेट से संभंधित कोई भी परेशानी, ये आसान सा आसन सभी समस्याओं का हल है। इस आसन को करने से पेट की चर्बी कम होती है और रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है। इसके अलावा दमा, पुरानी खांसी या फेफड़ों संबंधी अन्य बीमारी में इस आसन को करने से आराम मिलता है। इससे बाजुओं में भी ताकत आती है।
भुजंगासन नियमित रूप से करने पर पीठ दर्द में आराम मिलता है। इस आसन के कई सारे फायदे हैं। #YogaDay2019 pic.twitter.com/QtyK8lzpsc
— Narendra Modi (@narendramodi) June 16, 2019