संविलियन प्राप्त शिक्षकों की पुरानी सेवा जोड़ कर पेंशन की गणना का हो प्रावधान: स्पष्ट निर्देश के अभाव में इन शिक्षकों के रिटायरमेंट के बाद नही हो पा रहा सेवा पुस्तिका का महालेखाकार से सत्यापन,न बन रहा पेंशन,न ग्रेज्युटी,न हो रहा लीव कैश: सरकार जल्द करे समाधान- वीरेंद्र दुबे
रायपुर। पुरानी पेंशन की मांग प्रत्येक कर्मचारियों की एक बड़ी मांग रही जिसकी घोषणा होने पर कर्मचारी संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान भी किया गया परन्तु आज पर्यंत तक शिक्षाकर्मी से संविलियन प्राप्त शिक्षक एल बी संवर्ग के लिए पुरानी पेंशन हेतु पुरानी सेवा गणना करने के स्पष्ट निर्देश जारी नहीं होने अब तक पुरानी पेशन की घोषणा केवल मृग मरीचिका साबित हो रही है।
संविलियन प्राप्त इन शिक्षकों का अब रिटायरमेंट होना चालू हो गया है, रिटायरमेंट के बाद अब तक इनकी न सेवा पुस्तिका का सत्यापन हो रहा है, न पेंशन बन रहा है, न ग्रेज्युटी और न ही लीव का कैश भुगतान हो रहा है उपरोक्त स्थिति बेहद चिंताजनक है।
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बताया कि पुरानी पेंशन पर केंद्र और राज्य की रस्साकसी में प्रदेश का कर्मचारी हित पिसते जा रहा है। न पुरानी पेंशन मिल रही है और न ही nps में पैसा जा रहा है,जिससे कर्मचारियों का भविष्य पेंडुलम की भांति अस्थिर हो चला है।
पुरानी पेंशन का मामला केंद्र और राज्य के बीच का संवैधानिक मसला है,जिसे दोनों को कर्मचारियों का हितों का ध्यान रखते हुए जल्द ही उचित समाधान निकालना चाहिए।
पुरानी पेंशन पर मुख्यमंत्री द्वारा कर्मचारी संगठनों से बात करने की अपील पर प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि केंद्र और राज्य इसका हल निकालने के लिए सक्षम है,बस किसी भी कर्मचारी समूह का अहित किसी भी स्थिति में न होने पाए यह ध्यान रखना जरूरी है। शालेय शिक्षक संघ की ओर से संविलियन प्राप्त एल बी संवर्ग के शिक्षकों की पुरानी सेवा गणना कर पेंशन निर्धारण करने सबन्धी आदेश जारी होने पर ही छ्ग सरकार के मंशानुरूप समर्थन सहर्ष प्रदान किया जावेगा।
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के महासचिव धर्मेश शर्मा एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने कहा कि विभाग महालेखाकार को सेवा पुस्तिका के सत्यापन हेतु अविलंब पत्र जारी करे ताकि शिक्षक एल बी संवर्ग के पेंशन प्रकरणों का निराकरण जल्द हो सके।
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के समस्त प्रान्त जिला ब्लाक पदाधिकारियों ने पुरानी पेंशन हेतु पुरानी सेवा गणना कर पेंशन निर्धारण करने की मांग की है।