अनिश्चितकालीन आंदोलन में शिक्षक संवर्ग शामिल नही होंगे…..5 दिन के आंदोलन को अनिश्चितकालीन आंदोलन में नही बदलने से कर्मचारियों का हुआ नुकसान….शिक्षक संवर्ग की मांगों को प्राथमिकता में रखकर आगामी रणनीति बनाएंगे….जीएडी सचिव के साथ बैठक में संजय शर्मा ने देय तिथि से 12 % मंहगाई भत्ता एकमुस्त देने व HRA को पुनरीक्षित करने का किया था मांग

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 सुकमा। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन सुकमा के जिला अध्यक्ष आशीष राम ने कहा 22 अगस्त के अनिश्चितकालीन आंदोलन में शिक्षक संवर्ग शामिल नही होगा। हड़ताल का हम नैतिक समर्थन करते है। शिक्षक संवर्ग द्वारा DA व HRA के लिए 25 जुलाई से किये गए अनिश्चितकालीन आंदोलन के दौरान फेडरेशन ने अपने हड़ताल को निश्चितकालीन मानकर आगे नही बढ़ाया, जिससे अब मात्र 6% DA जारी हुआ, फेडरेशन की बड़ी चूक यही थी कि कर्मचारियों की भावना अनुरूप समय पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय नही लिया गया और अंततः कर्मचारियों का बड़ा नुकसान हो गया।

फेडरेशन ने शिक्षको के प्रथम नियुक्ति तिथि से पेंशन, वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, पदोन्नति के विषय को शामिल न कर अनियमित कर्मचारियो के नियमितीकरण व रसोइया संघ के मांगो को शामिल किया इसलिए भी फेडरेशन के आंदोलन से शिक्षक संवर्ग ने किनारा करने का निर्णय लिया है।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ द्वारा 25 जुलाई से 2 सूत्रीय मांग देय तिथि से लंबित मंहगाई भत्ता व देय तिथि से HRA को सातवें वेतन के आधार पर पुनरीक्षित करने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन आंदोलन किया गया था, जिसके बाद 30 जुलाई को बूढ़ा तालाब रायपुर में जंगी प्रदर्शन व आक्रोश रैली निकालकर हजारो शिक्षको ने मंहगाई भत्ता व HRA की मांग को सरकार तक पहुचाने में सफल हुए थे।

आशीष राम उमेंद्र गोटी राजेश यादव चैतू राम सेठिया किरण मरकाम राजेंद्र प्रसाद सिन्हा सोन सिंह कश्यप कोमल देव मरकाम दुजाल पटेल मेन सिंह ध्रुव राजेंद्र जैन जागीर खान राजेश सोनकर गंगा बहादुर आकाश कनौजिया बी अरुण सत्यवती नाग अनुपमा नाग मालिनी नेताम अफजल शरीफ नरेंद्र धुर्वे , अपर्ना राय सेन , संतोष सोरी मनोज पोया अंजना पोया सुनीता जान मनेश्वर जुरी सत्यवान जूही ने कहा कि कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा 5 दिन 25 से 29 जुलाई के आंदोलन को अनिश्चितकालीन आंदोलन में तब्दील नही करने के कारण मांग व आंदोलन कमजोर हुआ, जिसका नुकसान प्रदेश के 4 लाख 50 हजार कर्मचारियों को उठाना पड़ा और मात्र 6% DA जारी हुआ।

संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत ने कहा कि वे फेडरेशन में शामिल भी नही है, साथ ही फेडरेशन प्रमुख ने 22 अगस्त से हड़ताल में शामिल होने उनसे चर्चा भी नही की है और न ही निष्पक्ष बैनर, सामूहिक नेतृत्व व समान भूमिका की हड़ताल में स्थिति निर्मित की है ऐसे में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ हड़ताल से पृथक है।

30 जुलाई को बूढ़ा तालाब रायपुर में जंगी प्रदर्शन व आक्रोश रैली का व्यापक असर हुआ जिसके कारण मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जीएडी द्वारा सूचना देकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल को मंत्रालय में चर्चा हेतु आमंत्रित किया गया।

अधिकारियों के साथ बैठक में पक्ष रखते हुए छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष राम ने देय तिथि से 12 % मंहगाई भत्ता एकमुस्त देने व HRA को पुनरीक्षित करने मांग पुरजोर तरीके से रखने के साथ ही नियम विरुद्ध वेतन कटौती आदेश को निरस्त करने कहा था, बैठक में स्पष्ट कहा था कि 12 % से कम DA दिया जाना उचित नही होगा, उसके बाद मुख्यमंत्री जी से चर्चा के लिए उन्हें भी आमंत्रित किया गया था किंतु कम DA दिए जाने के संकेत के कारण मुख्यमंत्री जी से भेंट करना उचित नही था।

ज्ञात हो कि संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत द्वारा 2012 -13 व 2018 की तरह अन्य प्रमुख शिक्षक संगठनों से समान भूमिका में एकजुट होने के लिए पहल किया जा रहा है।

 

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