रायपुर। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने 5 मार्च 2019 को प्रकाशित छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा सेवा (शैक्षिक व प्रशासनिक संवर्ग) भर्ती व पदोन्नति नियम 2019 के अनुसार पदोन्नति के शैक्षणिक अनुभव 5 वर्ष निर्धारित किया गया है, जिसे आधार मानकर एल बी संवर्ग के शिक्षको की पदोन्नति नही किया जा रहा है, जबकि एल बी संवर्ग को 1998 से अब तक का शिक्षकीय अनुभव है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पदोन्नति नियम 2019 में उल्लेखित 5 वर्ष के शैक्षणिक अनुभव को वन टाइम रिलेक्सेशन ( one time relaxation in promotion ) के तहत घटाकर 3 वर्ष करने का प्रस्ताव सामान्य प्रशासन व वित्त विभाग से सहमति पश्चात कैबिनेट में प्रस्ताव कर आदेश जारी करने की मांग छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने की है, इससे प्राचार्य पद पर पदोन्नति हेतु न्यायिक बाधा भी दूर हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया है कि रायपुर संभाग में 5072, बिलासपुर संभाग में 4690, दुर्ग संभाग में 4269, बस्तर संभाग में 3648, सरगुजा संभाग में 4032 के करीब शासकीय प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक नही है।
विडम्बना यह भी है कि की इन स्कूलो में 15 वर्षो से प्रधान पाठक नही है, पूर्व के शासकीय शिक्षको के पदोन्नति के बाद शिक्षा विभाग ने इन पदों को भरने गंभीरता से प्रयास ही नही किया।
इन शालाओ में सहायक शिक्षक ही प्रधान पाठक के दायित्व का निर्वहन कर रहे है, इससे प्राथमिक शाला के अध्यापन व प्रशासनिक व्यवस्था भी कमजोर हुआ है, साथ ही छत्तीसगढ़ के शाला का ग्रेड अंक निम्नतम है, प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक के 22 हजार पद की पूर्ति किये जाने से राष्ट्रीय स्तर पर शाला के मानक ग्रेड अंक में सुधार होगा।
वर्तमान भर्ती व पदोन्नति नियम 2019 में भी प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के पद 100% पदोन्नति से ही भरा जाना है, जिसमे सहायक शिक्षक एल बी संवर्ग की ही पदोन्नति होगी, क्योकि पूर्व के सहायक शिक्षक शेष नही है, जो है वे पात्र नही है या पदोन्नति में जाना नही चाहते है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने कहा है कि स्कूल शिक्षा विभाग छ ग शासन द्वारा 10 फरवरी 2021 को समस्त संवर्ग में पदोन्नति का आदेश जारी किया गया है, किन्तु क्या विभाग 15 वर्षो से 22 हजार प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के पद की पूर्ति करेगी,,,यह बड़ा प्रश्न है,??
विभाग में मिडिल स्कूल प्रधान पाठक के 06 हजार, व्याख्याता के 10 हजार, शिक्षक के 08 हजार व प्राचार्य के लगभग 2800 पद रिक्त है, सोचा जा सकता है प्रयोगधर्मी शिक्षा विभाग ने कई वर्षों से 49 हजार पद रिक्त है, विभाग में पद पूर्ति कर शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान नही दिया,,पदोन्नति के इंतजार में हजारो शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, डॉ कोमल वैष्णव, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेंद्र पारीक ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा समस्त संवर्ग के रिक्त पदों में पदोन्नति हो जिससे अध्यापन व प्रशासकीय व्यवस्था सुनिश्चित हो, साथ ही पात्र हजारो एल बी संवर्ग के सहायक शिक्षको की पदोन्नति हो।