रायपुर।संविलियन के लाभ मिलने के 1 दिन पहले ही शिक्षाकर्मी के रिटायरमेंट होने की विडंबना ने एक बार फिर शिक्षाकर्मियों को झकझोर दिया है। क्या अब भी शिक्षाकर्मी अपने विभाग से खाली हाथ अलविदा होंगे। क्या इसके लिए सरकार का कोई प्लान नहीं है ?क्या सभ्य समाज में अपने पूरे उम्र भर सरकार की सेवा करने वाले कर्मचारी को खाली हाथ घर वापस लौटना पड़ेगा?
23 वर्षों से शिक्षक के सम्मान प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाले मित्रांजलि वर्मा को सरकार की ओर से सेवानिवृत्ति पर कोईभी भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे ही पूरे प्रदेश भर में कई शिक्षाकर्मियों की सेवानिवृत्ति भी हो चुकी है उन्हें भी सरकार की ओर से कोई लाभ प्राप्त नहीं हुआ इससे आम शिक्षाकर्मियों में भी गहरी निराशा एवं आक्रोश की भावना है शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने ऐसी सेवानिवृत्ति पर कहा है कि यह हमारे लिए अत्यंत दुर्भाग्यजनक स्थिति है सरकार की जिम्मेदारी है कि शिक्षकों के सम्मान की रक्षा करें और सेवानिवृत्ति के पश्चात समाज में उचित सम्मान प्रदान करने के लिए सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों को शासकीय शिक्षकों के समान ही समस्त लाभ प्रदान किए जाए।
छत्तीसगढ़ (पं/न.नि.) शिक्षक मोर्चा के प्रदेश संचालक एवं छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा एवं प्रदेश सह संचालक हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, मनोज सनाढ्य, शैलेन्द्र पारीक, सुधीर प्रधान, विवेक दुबे ने सरकार से मांग किया है कि पूर्व और वर्तमान में सेवानिवृत्त होने वाले समस्त शिक्षा कर्मियों को शासकीय शिक्षकों के समान ही सभी प्रकार के लाभ प्रदान किया जाए।