मुंगेली। आपने तो ईमानदारी के बारे में सुना ही होगा। ईमानदारी का अपना अलग ही समाज में महत्व है, एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास में ईमानदारी की भूमिका को कम नहीं आंका जा सकता। एक ऐसा ही अनोखा प्रयोग विकासखंड मुंगेली में बीईओ डॉ प्रतिभा मंडलोई के द्वारा किया गया है। शासकीय हाई स्कूल प्रतापपुर में ईमानदारी की पाठशाला का शुभारंभ किया गया। इसका उद्देश्य बच्चों में शैक्षिक विकास के साथ साथ ही ईमानदारी की भावना जागृत करना है। ईमानदारी की पाठशाला के शुभारंभ अवसर पर विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती डॉ प्रतिभा मंडलोई ने कहा है कि हम इसके माध्यम से बच्चों में ईमानदारी की आदत का विकास करना चाहते हैं।इस पाठशाला में बच्चों के आवश्यक सामान रखे गए हैं जैसे की पेंसिल, रबर, पेन खाने पीने की चीजों में बिस्किट आदि बालिकाओं के लिए सेनेटरी पैड रखा गया है। इसमें बच्चों के द्वारा स्वयं के द्वारा सामान लेकर उसका मूल्य बिना किसी मॉनिटरिंग केे जमा कििया जाएगा। और बाद में देखा जाएगा कितने बच्चों ने स्वयं से ही सामान को लेकर उसका सही दाम चुकाया है। इस तरह से ईमानदारी के साथ सामान लेने और उसका स्वयं से भुगतान करने की आदत विकसित होगी। और उन बच्चों में बचपन से ही ईमानदारी की भावना जागृत होगी जिससे वे बड़े होकर समाज में ईमानदार नागरिक की भूमिका निभा सकेंगे।कार्यक्रम में समग्र शिक्षा अभियान के सहायक परियोजना अधिकारी श्री अशोक कश्यप ने कहा कि ऐसे नवाचार के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास किया जा सकता है।
इस अवसर पर विकासखंड समन्वयक डी सी डाहीरे , प्राचार्य श्री एम.आर.पोर्ते, व्याख्याता विजय यादव,मेघनाथ कोसरिया,संदीप जांगड़े,श्रीमती आमीन कौशल, श्रीमती पुनिता विश्वकर्मा, संकुल शैक्षिक समन्वयक जिला राम यादव उमेश साहू छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव संजय उपाध्याय, जिला अध्यक्ष बलराज सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष शिव कुमार चंद्राकर संस्था के राजेश पांडेय,ताराचंद महिलांग,लीना राज,श्रीमती राजकुमारी जोशी,सौरभ जैकब,दुष्यंत नागवंशी उपस्थित रहे।