राजनांदगांव-राज्य में पहली बार सरकार ने एक अगस्त को सार्वजनिक अवकाश हरेली त्यौहार का घोषित किया है।इस पर्व के बृहद आयोजन के लिए राजनांदगांव कलेक्टर श्री जे0पी0मौर्य के मार्गदर्शन में तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। हरेली तिहार के दिन जिला स्तर पर ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता राज्य शासन के निर्देशानुसार आयोजित की जाए। स्टेडियम में पारंपरिक छत्तीसगढ़ खेल गेड़ी , कबड्डी, खो- खो , बिल्लस आदि की प्रतियोगिताएं आयोजित हो।खेल का सूचारू आयोजन करने के लिए एसडीएम और जिला खेल अधिकारी को निर्देश दिए गए । साथ ही इसमें अधिक से अधिक ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। ठीक इसके विपरीत राजनांदगांव जिले के मानपुर विकासखंड में अफसरसाही इतनी हावी हो गई है कि सभी प्रयोग शिक्षा विभाग पर किये जा रहे हैं।इसका प्रत्यक्ष उदाहरण मानपुर विकासखंड शिक्षाधिकारी द्वारा हरेली त्यौहार के दिन सभी बच्चों को मध्यान्ह भोजन खिलाने का आदेश निकाल दिया गया,जिसका कर्मचारी संगठन छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ राजनांदगांव ने कड़ा विरोध किया।संघ के जिलाध्यक्ष गोपी वर्मा ने कहा कि यह आदेश विवादास्पद है जो सामान्य अवकाश के दिन भी मध्यान्ह भोजन खिलाने का निकाला गया है।इस आदेश की सत्यता के लिए मानपुर विकासखंड शिक्षाधिकारी से पूछा गया है तो यह आदेश धोखे से निकल जाने की बात कही है।
*विरोध में उतरे कर्मचारी संगठन*
विकासखंड शिक्षाधिकारी द्वारा अपने मन से आदेश निकाले जाने के कारण कर्मचारी संगठनों में नाराजगी बढ़ गई,जिसका विरोध शुरू हो गया।अब जब यह आदेश पूरे छत्तीसगढ़ में विरोध हुआ और प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल Sangharshmorcha.com. ने इस मुद्दे को प्रकाशित किया था। तो इस आदेश को निरस्त कर संशोधन आदेश निकाला गया है।