सूरजपुर – हायर सेकेंड्री स्कूल पंछीडाँड़ केरता में पदस्थ व्याख्यता पंचायत सुभाष सतनामी की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर शाला परिवार एवं शिक्षकों द्वारा आर्थिक सहयोग कर शव को गृह ग्राम तक भेजवाने का व्यवस्था कर मिशाल पेश किया है वही बिकास खण्ड प्रतापपुर के अधिकारियों के द्वारा आकस्मिक मृत्यु पर नियमानुसार राशि का चेक बनाकर मृतक की पत्नी को तत्काल प्रदाय किया गया ।
मंगलवार को विद्यालय से कार्य कर वापस घर आते समय ट्रेक्टर ट्राली में दबने से व्याख्याता पंचायत सुभाष सतनामी की मृत्यु हो गई थी ,मृतक अपनी पत्नी एवं छोटे बच्चे के साथ गांधीनगर मे किराये के घर में रहते थे ,घटना की सूचना मिलते ही मृतक के पिता जो जबलपुर में रहते है आज पहुच गये एवं शव परीक्षण के पश्चात आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण कर शव को अंतिम संस्कार हेतु जबलपुर लेकर रवाना हो गये ,शाला के शिक्षक परिवार के नसीम अंसारी ,रविन्द्र सिंह, जय गुप्ता , रविन्द्र सोनी , कोमल कांत, राहुल कश्यप ,मनोज साव ,मनोज सिंह भदौरिया ,श्रवण नेताम ,देव नारायण तिर्की , पुष्पा कुजूर , आनंदी तिवारी ,दिप माला पाल ,अनिता एक्का , प्रियंका श्रीवास्तव ,सरस्वती यादव ,एंजेला कुजूर ,रविन्द्र चेरवा द्वारा शव परीक्षण कराने में सहयोग करते हुये शव को पहुचाने हेतु वाहन की व्यवस्था की गई तो वही छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री रंजय सिंह ,जिला संयोजक मुकेश मुदलियार ,जिला उपाध्यक्ष चन्द्र देव चक्रधारी ,जिला महामंत्री नागेंद्र सिंह ,जिला मीडिया प्रभारी दीपक झा एवं गोपेश्वर साहू ,खगेश्वर प्रसाद रात्रे , मनोज सिंह चौहान , विनोद प्रजापति , शिवशंकर सोनी , हरवंश जायसवाल ,मनीजर धुर्वे के साथ साथ सूरजपुर जिले के अन्य शिक्षक भी मदद हेतु आगे आ रहे है संघ द्वारा प्रयास कर बिकास खण्ड प्रतापपुर के मुख्य कार्य पालन अधिकारी राजेश सिंह सेंगर एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी जनार्दन सिंह के सहयोग से मृतक के पिता को 36300 /- का सहायता राशि चेक अम्बिकापुर में मृतक के पिता एवं पत्नी को प्रदान किया गया साथ ही जिले में पदस्थ शिक्षकों के द्वारा आर्थिक सहयोग भी मृतक की पत्नी को किया ।
बिदित हो की मृतक व्याख्याता पंचायत था इसी माह उसका आठ वर्ष पूरा होने वाला था आठ वर्ष पूरा होने पर संविलियन हो जाता एवं अनुकम्पा का लाभ मिलता परन्तु वर्तमान में पंचायत संवर्ग में अनुकम्पा का कठोर नियम है जिसके कारण हजारो प्रकरण प्रदेश में लंबित है ऐसी स्थिति में मृतक के परिजन को कोई मदद नही मिल पायेगा साथ ही इस अवधि में अल्प वेतन भी मिलता है इस दुर्घटना से मृतक के परिजनों के समक्ष जीवकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई है ।