रायपुर 30 सितंबर 2018। छत्तीसगढ़ पंचायत न नि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने 30 सितंबर के सम्मेलन व प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जहां एक ओर वेतन विसंगति व क्रमोन्नति के मांगो को लेकर किया जा रहा प्रदर्शन,,, स्वभाविक प्रतिक्रिया है,,,, वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री जी के आतिथ्य में आयोजित सम्मेलन में क्रमोन्नति, वेतन विसंगति (समानुपातिक), पदोन्नति, वर्ष बंधन समाप्ति, अनुकम्पा की मांगो को सही ढंग से नही रखा गया,,टूटी लाइन में पंक्तिबद्ध किया गया,,जिससे अतिथियो का ध्यान ही नही गया।
ज्ञात हो कि 11 वर्षो के बाद मुख्यमंत्री जी शिक्षाकर्मियों के सम्मेलन मंच में उपस्थित हुए थे, विदित हो कि 2007 के सम्मेलन में मुख्यमंत्री जी के सामने संविलियन के मांग को प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा द्वारा प्रमुखता से रखा गया था। यहां बताना लाज़मी होगा कि 5 बड़े शिक्षाकर्मी संघों को मिलाकर शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा का गठन किया गया था।इसमें माना जाता है कि मातृ संगठन छत्तीसगढ़ पंचायत नगरी निकाय शिक्षक संघ का शुरू से ही सभी निर्णय ओं में महत्वपूर्ण भूमिका रही है किंतु इस बार शिक्षक महासम्मेलन में इन्हें नजरअंदाज कर सम्मेलन करने का प्रयास किया गया जिसका परिणाम रहा कि कुछ भी घोषणा cm के द्वारा नही किया गया।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के पंचायत व एल बी संवर्ग के शिक्षकों को उम्मीद थी कि मांगो को प्रमुखता से रखा जाएगा पर अफसोस कि यह सम्मेलन केवल मुंह दिखाई और आभार तक रह गया,,,इस बार शिक्षकों ने बड़ा अवसर भी खो दिया।