नई पीढ़ी के भविष्य गढ़ने में अहम भूमिका निभाएं गुरूजन
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लोकवाणी की इस कड़ी में शिक्षाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन के मामले में सबसे ज्यादा सवाल आए हैं। मैं आप सबको आपकी जागरूकता के लिए बधाई देता हूँ। आपको याद होगा कि चुनाव के पहले आपके संविलियन और तमाम सुविधाओं के लिए आपके साथ मिलकर, हमने भी कितनी सीधी और बड़ी लड़ाई लड़ी थी। निश्चित तौर पर आप लोगों की हिम्मत और सहयोग के बिना ये लड़ाई जीतना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन था। सरकार बनने के बाद हमने उस जीत को आगे बढ़ाया है। 18 साल में पहली बार शिक्षाकर्मियों को ट्रांसफर की सुविधा दी। राज्य में 1 लाख 45 हजार शिक्षाकर्मी हैं, जिसमें से 1 लाख 25 हजार का संविलियन कर लिया गया है। शेष का संविलियन भी निर्धारित समय-सीमा, उनकी 8 साल की सेवा पूरी होने पर हो जाएगा। नियमित होने से वेतन विसंगति का मामला भी हल हो जाएगा। जो छोटी-मोटी समस्याएं आती रहेंगी, उसका समाधान भी होता रहेगा, आप लोगों को कोई चिन्ता करने की जरूरत नहीं पडे़गी। जहां तक 15 हजार शिक्षकों की भर्ती का मामला है, तो मैं आपको बताना चाहता हूं, इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं है। व्यापम द्वारा परीक्षा ली जा चुकी है। परिणाम आते ही यह कार्य आगे बढ़ाया जाएगा। मैं आप सब से आग्रह करता हूँ कि अब अपना सौ प्रतिशत योगदान देकर बच्चों का भविष्य बनाने में जुट जाएं। सही बात है कि हर बड़ी उपलब्धि के पीछे गुरूजनों का योगदान होता है, जो सामान्यतः दिखाई नहीं देता, लेकिन शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हर युग में किसी बात की परवाह किए बिना अपनी जिम्मेदारी निभाई है। तभी आज दुनिया को नए ज्ञान, शोध, अनुसंधान का लाभ मिला है। मैं अपील करता हूं कि आज की पीढ़ी के गुरूजन भी हमारी नई पीढ़ी का भविष्य गढ़ने में अहम भूमिका निभाएं।