“क्रमोन्नति हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, इसे हम लेकर ही रहेंगे…. आचार संहिता खत्म होते ही चार सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी में होगा बड़ा प्रदर्शन”—-‘फेडरेशन

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“रायपुर”। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन” के प्रदेश संयोजक जाकेश साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि क्रमोन्नति हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और इसे हम लेकर ही रहेंगे। लोकसभा चुनाव का आचार संहिता खत्म होते ही राजधानी रायपुर में क्रमोन्नति, सबका संविलियन, वेतन विसंगति एवं अनुकम्पा नियुक्ति सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशस्तरीय बड़ा प्रदर्शन होगा।
फेडरेशन प्रदेश संयोजक जाकेश साहू ने क्रमोन्नति/समयमान वेतन पर शिक्षा एवं पंचायत विभाग द्वारा विगत दिनों जारी हुए सभी आदेशो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य सरकार हमें पंचायत एवं शिक्षा विभाग के फेरों में न उलझाए तो बेहतर है।
चाहे शिक्षा विभाग हो या पंचायत विभाग दोनों ही विभाग आखिर है तो राज्य सरकार के अधीन ही और हमने विगत 21 सालों से राज्य शासन के अंडर ही काम किया है तथा स्कूलों में ही पढ़ाया है ऐसे में यदि हमारी सेवाएं पहले पंचायत विभाग में थी और अब हम शिक्षा विभाग में आए है तो ये हमारा कोई गुनाह नहीं है कि हमे दो विभागों के चक्कर मे उलझाकर क्रमोन्नति वेतन से वंचित कर दिया जाए।
राज्य सरकार को चाहिए कि पंचायत विभाग की हमारी प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना करते हुए हमें दस वर्ष में प्रथम एवं बीस वर्ष में द्वीतीय क्रमोन्नति वेतनमान स्वीकृति करें।
फेडरेशन के प्रदेश संयोजकद्वय रंजीत बनर्जी, छोटेलाल साहू, इदरीस खान, अश्वनी कुर्रे, हुलेश चन्द्राकर, बसंत कौशिक, राजेश पाल, संकीर्तन नंद एवं शंकर नेताम ने कहा कि क्रमोन्नति के मामले को राज्य सरकार बेवजह लटकाकर रख रही है। आज 1998, 2005, 2006, 2007, 2008, 2009 एवं 2010 बैच के ऐसे शिक्षाकर्मी साथी जिनका वर्ग 03 से वर्ग 02 में पदोन्नति हुई है उन्हें पदोन्नत वेतनमान मिल रहा है जिनके कारण इनका वेतन 9300 + 4200 के आधार पर बन रहा है। परंतु जिनका पदोन्नति नहीं हुई है उन्हें क्रमोन्नति वेतन नहीं मिलने से मात्र 5200 + 2400 के आधार पर वेतन मिल रहा है जिससे हमें प्रतिमाह बड़ा भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
संयोजक मण्डल के सुखनन्दन यादव, नोहर चंद्रा, तरुण वैष्णव, अशोक नाग, मुकेश सिन्हा, शिव सारथी, मनीष मिश्रा, भारती साहू, अजय गुप्ता, सीडी भट्ट एवं माहिर सिद्दीकी ने बताया कि लोकसभा चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन द्वारा सबका संविलियन, क्रमोन्नति, वेतन विसंगति एवं अनुकम्पा नियुक्ति की मांगों को लेकर राजधानी रायपुर में एकदिवसीय बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
संभागीय संयोजक गण सिराज बख्स, शिव मिश्रा, दिलीप पटेल, रविप्रकाश लोहसिंह एवं कौशल अवस्थी ने कहा कि राज्य सरकार संविलियन से वंचित सभी 48000 शिक्षकों का आचार संहिता खत्म होते ही तत्काल संविलियन करें साथ ही 3500 अनुकम्पा पीड़ित परिवारों को भी अनुकम्पा नियुक्ति के लिए आदेश जारी करें।

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