मोहल्ला क्लास बना जानलेवा….बढ़ते संक्रमण में तत्काल बन्द हो ऑफलाइन क्लास

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छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि प्रदेश के अलग अलग क्षेत्र में मोहल्ला क्लास, पढ़ाई तुंहर पारा, लाउडस्पीकर स्कूल, मोटरसायकल गुरुजी आदि ऑफलाइन क्लास शिक्षको में कोरोना संक्रमण का कारण बन गया है, शिक्षको के परिवार, बच्चे व उनके परिजन में भी दहशत का माहौल है, ऐसे ऑफलाइन क्लास को शासन तत्काल बन्द करे।

कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विद्यार्थियों के अध्ययन – अध्यापन के लिए प्रारंभ किया गया “पढ़ाई तुंहर द्वार ” देश मे सुर्खियों में है, वर्तमान में इसके माध्यम से राज्य के विद्यालयों में पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है जिसकी उपलब्धि बहुत ही न्यून है, जिसके पीछे अनेक कारण है यथा:- नेटवर्क की समस्या, Android मोबाइल फोन की अनुपलब्धता, शिक्षक, छात्र व पालकों में इस वेब पोर्टल के प्रति आकर्षण का अभाव प्रमुख है।

इस वेब पोर्टल को लांच हुए लगभग 5 माह का समय गुजर चुका है अब तक इस अवधि में प्रत्येक क्लास में अनुमानतः 30 से 40% कोर्स का अध्यापन हो जाना था, बच्चो के नही जुड़ पाने के कारण यह भी केवल सीखने सिखाने तक ही है।

प्राथमिक स्तर की बच्चों के अध्ययन – अध्यापन हेतु बस्तर मॉडल के अनुरूप पूरे प्रदेश में लाउडस्पीकर के माध्यम से शिक्षा देने हेतु शिक्षकों को प्रेरित किया जा रहा था, साथ ही 15 अगस्त को घोषणा अनुरूप मोहल्ला क्लास भी लेने हेतु शिक्षकों को कहने को तो स्वैछिक है, लेकिन पर्दे की पीछे दबाव बनाया जा रहा है, इसी अनुक्रम में राज्य के आला अधिकारियों का विभिन्न जिलों में दौरा कार्यक्रम संचालित है। जानकारी के अनुसार अधिकारियों के आगमन की तैयारी हेतु विगत 2-3 दिनों से की जा रही थी, उल्लेखनीय है कि जिन जगहों का निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किया जाना था उनमें से तखतपुर विकासखंड के भीमपुरी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अजय डाहिरे कोरोना पाजेटिव पाया गया है तथा करगीकला कंटेन्मेंट जोन में आ गया है। ऐसे ही रायपुर के चंदखुरी में 2 शिक्षक क्लास लेते कोरोना पाजेटिव हो गए, कोनारी, कोलिहापुरी, बेमेतरा, बलरामपुर दंतेवाड़ा के कई ऑफलाइन क्लास में शिक्षक पाजेटिव पाए गए, जिसके बाद पालक भी चिंतित है।

छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ती हुई आकड़ो से चिंतित केंद्र सरकार यहाँ टीम भेजने की तैयारी कर रहा है, वही राज्य व स्थानीय अधिकारी शिक्षकों का जीवन महामारी में झोंकने हेतु उतावले है। केंद्र शासन के गाइड लाइन के अनुसार ही संक्रमण काल मे शिक्षण संस्थानों पर कार्य संचालित हो।

उद्योगपति रतन टाटा की उक्ति इस संक्रमण के दौर में ध्यान रखने लायक है कि समय जान बचाने का है न कि लाभ हानि का पर शिक्षा विभाग को यह कब समझ आएगा, इसका इंतजार शिक्षक व पालक को है।

 

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