सक्ती ब्लॉक के NPS कर्मचारी/शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली के नाम पर किया पौधारोपण…सक्ती के डीईओ ऑफिस परिसर व गणेश बंध तालाब पार में किये पौधारोपण…पर्यावरण संरक्षण कर पुरानी पेंशन बहाली का संकल्
सक्ती 12 जुलाई 2020 :- राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.पी.सिंह रावत व राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, प्रदेश सह संयोजक एवं बिलासपुर संभाग प्रभारी बसंत चतुर्वेदी,विकास तिवारी, बृजभूषण सिंह बनाफर,कमला दपी गबेल,रानी दुबे,मीना मरावी,ब्लॉक संयोजक महेन्द्र राठौर ने बतलाया है कि बाजार आधारित एनपीएस योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्र व्यापी पेड़ लगाओ,पर्यावरण बचाओ के साथ पुरानी पेंशन बहाली का अभियान के तहत 12 जुलाई 2020 को एनपीएस कर्मचारी शिक्षकों ने डीईओ कार्यालय परिसर,गणेश बंध तालाब,घर के गमला,स्कूल,कृषि भूमि,चारागाह,मैदान,सड़क,नदी,नाला, तालाब के किनारे में पौधारोपण कर भविष्य के लिए पर्यावरण का संरक्षण करते हुए, अपने सेवाकाल के पश्चात सेवा निवृत्ति होने पर अपने बुढ़ापे के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने का मांग किया गया।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम संबोधन करके चलाए गए पर्यावरण संरक्षण में हमारा मिशन–पुरानी पेंशन का मांग करते हुए समस्त विभाग के कर्मचारी, शिक्षक, लिपिक, स्वास्थ्य कर्मचारी, अधिकारी, रेलवे कर्मी, पुलिस कर्मी, बैंक कर्मी, पैरा मिलिट्री के जवानों के बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन बहाल कीजिए का संदेश दिया गया।
*पुरानी और नई पेंशन स्कीम में अन्तर इस तरह स्पष्ट किया गया है कि…*
पुरानी पेंशन व्यवस्था का शेयर मार्केट से कोई संबंध नहीं था। इसके अन्तर्गत सेवानिवृत्त कर्मचारी को पेंशन देना सरकार का दायित्व होता था, पुरानी पेंशन में हर छः माह पर डीए जोड़ा जाता था, जबकि न्यू पेंशन स्कीम एक म्यूचुअल फंड की तरह है। ये शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है।
एनपीएस कर्मचारी या अधिकारी जिस दिन वह रिटायर होता है, उस दिन जैसा शेयर मार्केट होगा, उस हिसाब से उसे 60 प्रतिशत राशि मिलेगी। बाकी के 40 प्रतिशत के लिए उसे पेंशन प्लान लेना होगा, पेंशन प्लान के आधार पर उसकी पेंशन निर्धारित होगी।
सक्ती ब्लॉक संयोजक महेन्द्र कुमार राठौर,शैलेश कुमार देवांगन, मदनमोहन जायसवाल,कामेश्वर गबेल, यशवंत सिंह राठौर,लितेन दुबे,प्रेम कुमार राठौर,साहिल सिंह,सुरेश मरावी,संजय राठौर,सुरेश श्रीवास,कमला दपी गबेल, रानी दुबे,मीना मरावी,मनीषा भारद्वाज, रागिनी राठौर, प्रिया दुबे,रूपा चौहान, रजनी साहू, निर्मला साहू,भीत कुमारी राठिया,नीरा साहू,सरिता नौरंगे,स्वाति सिंह,मीरा देवांगन,मितिका साहू,कुमुद जगत, दुर्गावती चौहान,गोविंद राठौर, दीपचंद देवांगन,अकलेश नवलाकर, कृष्ण कुमार साहू,सुरेन्द्र राठौर, नंदकिशोर नौरंगे,निर्मल जगत,दीपक लाल उरांव,जितेन्द्र सूर्यवंशी, भूषण गोंड़, राजेन्द्र रात्रे,दुलेश साहू, मनंजय साहू,चन्द्रभूषण देवांगन,रमेश कंवर,भूषण राठौर,संतोष देवांगन,चंदन सिंह सिदार,अनिल मरकाम,सुशीला मरकाम,सुरेन्द्र सिदार,नोहर सिंह गोंड़, तुका राम राठौर,तामेश्वर कर्ष,सहदेव लाल जांगड़े,महेन्द्र प्रताप सिंह राठौर,नारायण साहू,चन्द्रिका सिदार,जगदीश सिदार सहित शिक्षकों के द्वारा पौधारोपण कर अपील किया गया है।