राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, प्रदेश सह संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, मनोज सनाढ्य, शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में मांग के पोस्टर के साथ फोटो खींचकर अपनी पुरानी पेंशन की मांग को ट्वीटर व फेसबुक में प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी के ऑफिसियल पेज पर टैग करके तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जी के नाम पर मांग लिखकर पोस्टर को दीवाल में।लगाकर मांग किया गया।
3 लाख से अधिक शिक्षक व कर्मचारी है, जिन्हें एनपीएस दिया जा रहा है, जो सेवानिवृति के बाद बाजार आधारित पेंशन व्यवस्था है, जिसमे बुढापा के समय नियमित पेंशन राशि नही मिलती है, अतः पूरा सेवाकाल शून्य हो जाता है।
2004 में यह योजना केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया, जिसे अनेक राज्य सरकार ने भी अपने कर्मचारियो के लिए भी लागू किया है, इस बीच इस योजना की विसंगति व नुकसान कर्मचारियो को भोगना पड़ रहा है, जिससे एनपीएस का विरोध पूरे देश मे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी पी सिंह रावत के अगुवाई में जारी है, वही छत्तीसगढ़ में संजय शर्मा व वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में 3 लाख से अधिक शिक्षक व कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग कर रहे है, दरअसल पुरानी पेंशन योजना में सेवानिवृति के बाद प्रत्येक माह एक निश्चित व निरन्तर राशि मिलती है, जिससे पेंशन बुढ़ापे के समय का सबसे बड़ा सहयोग बन जाता है, सेवा समाप्ति के बाद भी कर्मचारी स्वयं सक्षम होता है।
21 जून को पुरानी पेंशन बहाली हेतु एक जन जागरूकता के साथ मांग को जोड़कर छत्तीसगढ़ में अभियान प्रारम्भ किया गया है, यह आगाज आगे चलकर संग्राम में परिणित होगा, जिसमे प्रदेश के अधिसंख्य शिक्षक व कर्मचारियो का स्वस्फूर्त सहयोग व समर्थन मिला।
छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली हेतु एक ही बैनर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा है, जिसमे सभी कर्मचारी संघ व शिक्षक संघ को समान अधिकार, समान पद व भूमिका प्रदत्त है, जिसमे सभी कर्मचारी को भी विस्वास है। छत्तीसगढ़ के 3 लाख शिक्षक व कर्मचारी मोर्चा के बैनर में पुरानी पेंशन बहाली हेतु लामबंद हुए है।