रायपुर। ३ नवंबर की रैली को मैं आम सहायक शिक्षक के अधिकार की रैली मानता हूं । अगर तीन नवंबर को आम सहायक शिक्षक बूढ़ातालाब धरना प्रदर्शन में शामिल नहीं होता है ! तो भविष्य में उसे काफी पश्चात करना पड़ेगा ।
मित्रों कोई बार बार टेट तम्बू नहीं लगा सकता है ! ३ नवंबर को बूढ़ातालाब में जो रैली है यह माननीय मुख्यमंत्री जी के ध्यान आकर्षित करने की रैली है ।अगर आप उस दिन बूढ़ातालाब में आकर अपना समय देते हैं तो वहां सरकार के लोग मौजूद रहते हैं शासन के माध्यम से सही मायने में माननीय मुख्यमंत्री जी तक बात पहुंचती है जिसका सार्थक परिणाम भी मिलता है यह रैली माननीय मुख्यमंत्री जी के विरोध में नहीं बल्कि उन तक सही मायने में बात पहुंचाने की है आज जो लोग कोई भी बात समाचार में डाल रहे हैं की इस वक्त हमें यह मिल जाएगा इस बात से मै सहमत नहीं हूं क्योंकि मांग पुरी करने का निश्चित समय मुख्यमंत्री जी ने नहीं बताया है अगर तीन नवंबर की रैली असफल होती है तो इसके लिए केवल और केवल आम सहायक शिक्षक एल बी पंचायत जिम्मेदार होगा और अगर यह रैली सफल होती है तो इसका पुरा श्रेय आप सभी सहायक शिक्षक को मिलेगा इसलिए केवल एक अच्छे प्रयास में भागीदारी दे एवं माननीय मुख्यमंत्री जी तक बात पहुचाऐ बूढ़ातालाब धरना स्थल आपका इंतजार कर रहा है आपकी मेहनत आपको आपका हक दिलाएगी इसलिए केवल अपनी आत्मा से सोचे १०००० हजार का घाटा मामूली घाटा नहीं होता !